ज्ञान, विद्या और संगीत की देवी मां सरस्वती की प्रतिमा इस दिशा में रखें, बल-बुद्धि का मिलेगा आशीर्वाद
Date: Jan 30, 2025
By: Nitika Srivastava, Bharatraftar
कब है बसंत पंचमी 2025?
इस साल बसंत पंचमी 2 फरवरी 2025 को मनाई जाएगी। पंचमी तिथि 2 फरवरी को सुबह 9:16 AM से शुरू होकर 3 फरवरी को सुबह 6:54 AM तक रहेगी।
बसंत पंचमी का धार्मिक महत्व
माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मां सरस्वती का जन्मदिवस माना जाता है। यह दिन ज्ञान, कला और विद्या की आराधना के लिए बेहद शुभ होता है।
किस दिशा में करें मां सरस्वती की मूर्ति स्थापित?
वास्तु शास्त्र के अनुसार, बसंत पंचमी के दिन मां सरस्वती की मूर्ति पूर्व दिशा में स्थापित करनी चाहिए, जिससे बुद्धि और ज्ञान की वृद्धि होती है।
उत्तर दिशा में पूजन का महत्व
मां सरस्वती की मूर्ति उत्तर दिशा में स्थापित करने से सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त होती है और जीवन में सुख-समृद्धि आती है।
ईशान कोण (उत्तर-पूर्व) सबसे शुभ
अगर घर में ईशान कोण (उत्तर-पूर्व दिशा) में मूर्ति स्थापित कर पूजन किया जाए, तो इससे करियर में सफलता और धन-वैभव की प्राप्ति होती है।
बसंत पंचमी पर विशेष अनुष्ठान
इस दिन पीले वस्त्र पहनकर, सरस्वती वंदना गाकर और हवन-पूजन करने से विशेष फल प्राप्त होता है। बच्चों के विद्यारंभ संस्कार के लिए भी यह शुभ दिन माना जाता है।
बसंत पंचमी और शुभ कार्यों की शुरुआत
यह दिन विवाह, गृह प्रवेश, नये कार्यों की शुरुआत और विद्यार्थियों के लिए परीक्षा संबंधी शुभ संकल्पों के लिए बेहद उत्तम माना जाता है।
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