हमने प्यार किया पर समाज ने...चूरू में लव मैरिज पर भड़की हिंसा, तिलमिलाए लोगों ने फूंका लड़के का घर
Love marriage violence: राजस्थान के चूरू जिले के देराजसर गांव में एक प्रेम विवाह को लेकर हिंसा भड़क उठी। लड़की के परिजनों और ग्रामीणों ने लड़के के घर को आग के हवाले कर दिया। जानिए पूरी घटना और इसकी वजह।

राजस्थान के चूरू जिले के देराजसर गांव में एक प्रेम कहानी ने ऐसा तूफान खड़ा किया कि दो परिवारों की दुनिया उजड़ गई। अनुराधा सुथार और संदीप आचार्य, दो युवा दिल, जातियों की दीवारों को लांघकर एक-दूसरे के हो गए। उन्होंने 7 अप्रैल को समाज की परवाह किए बिना शादी कर ली लेकिन यही कदम उनके लिए आफत बन गया।
गुमशुदगी की रिपोर्ट से शुरू हुआ तनाव
शादी के अगले दिन यानी 8 अप्रैल को लड़की के परिवार ने सरदारशहर थाने में उसकी गुमशुदगी दर्ज करवाई। हालांकि, 22 अप्रैल को दोनों एसपी ऑफिस पहुंचे और खुलकर कहा कि वे दो साल से एक-दूसरे को जानते हैं और उन्होंने अपनी मर्जी से शादी की है। उन्होंने पुलिस से सुरक्षा की मांग की क्योंकि उन्हें लगातार धमकियां मिल रही थीं।
जाति बनी दीवार, दोनों परिवारों में असहमति
यह शादी न सिर्फ समाज को खली, बल्कि लड़के का परिवार भी इस रिश्ते से खुश नहीं था। उनका कहना है कि उन्हें इस शादी के बारे में जानकारी नहीं थी और वे दोनों को घर लाने को तैयार नहीं हैं। जातिगत भेदभाव की जड़ें इतनी गहरी थीं कि प्रेम पर भरोसा करना किसी को मंजूर नहीं था।
गांव में पंचायत और आखिरी चेतावनी
लड़की के परिजनों ने गांव में पंचायत बुलाई, जिसमें लड़के के परिवार को भी बुलाया गया। तय हुआ कि लड़के के परिजन सात दिन के अंदर दोनों को वापस गांव लाएंगे। लेकिन जैसे ही एक हफ्ता बीता और कोई खबर नहीं आई, तो माहौल में तनाव बढ़ गया।
भीड़ ने खोया आपा, घर को बना दिया आग का ढेर
28 अप्रैल की रात आक्रोश चरम पर था। ग्रामीणों और लड़की के परिजनों ने लड़के के चाचा के घर पर हमला बोल दिया। पहले घर में जमकर तोड़फोड़ हुई, फिर पेट्रोल छिड़ककर उसे आग के हवाले कर दिया गया। लपटें इतनी तेज़ थीं कि पूरा गांव दहल उठा।
दमकल की गाड़ियों और पुलिस की एंट्री
जैसे ही आग की खबर फैली, दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंचीं। डीएसपी रामेश्वरलाल और थानाधिकारी मदनलाल बिश्नोई भारी पुलिस बल के साथ गांव पहुंचे और हालात पर काबू पाने की कोशिश की। लेकिन तब तक घर जलकर खाक हो चुका था।
पीड़ित परिवार का पक्ष...‘हमें नहीं पता बच्चे कहां हैं’
लड़के के परिजनों ने साफ कहा कि उन्हें युवक और युवती की लोकेशन की कोई जानकारी नहीं है। वे खुद भी इस शादी के पक्ष में नहीं थे। इसके बावजूद उन्हें निशाना बनाया गया और जान से मारने की धमकियां भी मिली हैं।
गांव में तनाव बरकरार, पुलिस ने बढ़ाई सुरक्षा
घटना के बाद गांव में माहौल बेहद तनावपूर्ण है। पुलिस ने अतिरिक्त बल तैनात कर दिया है ताकि कोई और अप्रिय घटना ना हो। फिलहाल, प्रेमी जोड़े की सुरक्षा और गांव की शांति दोनों पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बन गई है।
प्यार, जाति और समाज...एक और संघर्ष
यह घटना सिर्फ दो परिवारों की नहीं, बल्कि एक सोच की परतें खोलती है। एक बार फिर प्रेम को जाति, परंपरा और सामाजिक स्वीकृति के तराजू पर तौला गया। सवाल यह है कि क्या किसी को अपनी पसंद से जीवनसाथी चुनने का हक नहीं है?