पहले लगाई बोली फिर किया ब्लैकमेल...राजस्थान की शर्मनाक सौदेबाजी का पीड़िता ने किया खुलासा!
Rajasthan blackmail scandal 2025: यह घटना समाज के लिए एक गंभीर चेतावनी है कि किस प्रकार कुछ असामाजिक तत्व मासूम छात्राओं को अपने जाल में फंसाकर उनका शोषण कर रहे हैं. अभिभावकों, शिक्षकों और समाज के सभी सदस्यों को सतर्क रहना होगा और बच्चों को ऐसे खतरों से आगाह करना होगा. साथ ही, कानून प्रवर्तन एजेंसियों को ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई करनी चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो.

School girls exploitation case: राजस्थान के अजमेर संभाग के बिजयनगर थाना क्षेत्र में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां स्कूली छात्राओं को ब्लैकमेल कर उनका शारीरिक शोषण और धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर किया जा रहा था. इस घिनौने कृत्य में शामिल आरोपियों ने लड़कियों की जाति के आधार पर उनकी कीमत तय कर रखी थी—दलित लड़कियों के लिए 10 लाख रुपये और ब्राह्मण लड़कियों के लिए 20 लाख रुपये. इस मामले की पीड़ित एक छात्रा ने अपनी आपबीती साझा की है, जिससे आरोपियों की नापाक योजनाओं का पर्दाफाश हुआ है.
शुरुआत कैसे हुई:
पीड़िता ने बताया कि स्कूल जाते समय सोहेल मंसूरी नाम का एक युवक उसका पीछा करता था. लगातार 15 दिनों तक उसने रास्ते में पर्चियों पर अपना नंबर लिखकर फेंका. आखिरकार, दबाव में आकर उसने सोहेल से संपर्क किया, जो उसे एक कैफे में मिलने बुलाया. वहां सोहेल और उसके दोस्तों ने उसके साथ गलत हरकतें कीं और उसकी तस्वीरें खींच लीं. इसके बाद, उन्होंने उसे धमकाना शुरू कर दिया और उसकी सहेलियों से भी मिलवाने का दबाव डाला. उन्होंने उसे एक छोटा मोबाइल फोन दिया, जिससे वे लगातार संपर्क में रहते थे. सोहेल और उसके साथी उसे धमकाते थे कि अगर उसने किसी को बताया, तो वे उसे और उसके परिवार को नुकसान पहुंचाएंगे. डर के मारे, उसने किसी से कुछ नहीं कहा और अपनी सहेलियों को भी उनसे मिलवाया. मुख्य आरोपी रियान मंसूरी और हकीम कुरैशी थे, जो इस पूरे गिरोह का संचालन कर रहे थे. हकीम ने उसे भागने में मदद करने का भी वादा किया था.
धर्म परिवर्तन का दबाव:
आरोपियों ने पीड़िता पर बुरका पहनने, नमाज पढ़ने और रोजा रखने का दबाव डाला. उन्होंने उसे और उसकी सहेलियों को इस्लाम कबूल करने के लिए मानसिक रूप से प्रताड़ित किया. जब उसने इनकार किया, तो उन्होंने उसके साथ मारपीट की और ब्लेड से उसके हाथ पर चीरा लगाया. पीड़िता के मामा ने बताया कि आरोपी लड़के उसे रोजा रखने और इस्लाम अपनाने के लिए मजबूर कर रहे थे. उन्होंने उसे धमकाया कि अगर उसने उनकी बात नहीं मानी, तो वे उसके परिवार को नुकसान पहुंचाएंगे. डर के मारे, उसने उनकी बातों का पालन किया और अपनी सहेलियों को भी उनसे मिलवाया.
आरोपियों की गिरफ्तारी:
इस मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी सोहेल हुसैन, मोहम्मद लुकमान और करीम सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया है, जबकि कुछ नाबालिगों को हिरासत में लिया गया है. पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है. उन्होंने स्वीकार किया कि वे छात्राओं को महंगे उपहार और गाड़ियों का लालच देकर फंसाते थे और फिर उनकी आपत्तिजनक तस्वीरें लेकर उन्हें ब्लैकमेल करते थे. आरोपियों ने यह भी बताया कि वे लड़कियों की जाति के आधार पर उनकी कीमत तय करते थे—दलित लड़कियों के लिए 10 लाख रुपये और ब्राह्मण लड़कियों के लिए 20 लाख रुपये.