'ये हमारा बेटा नहीं है!' कोटा में सनसनीखेज सुसाइड, RDX की तलाश, लेकिन मौत किसी और की!
एक संदिग्ध बदमाश ने पुलिस से घिरा देखकर खुद को गोली मार ली। मामला हाई-प्रोफाइल था।

कोटा, राजस्थान। कोचिंग हब के नाम से मशहूर कोटा शहर में रविवार शाम एक ऐसी वारदात घटी, जिसने पूरे पुलिस महकमे को हिला कर रख दिया। एक संदिग्ध बदमाश ने पुलिस से घिरा देखकर खुद को गोली मार ली। मामला हाई-प्रोफाइल था, क्योंकि मरने वाले की पहचान कुख्यात अपराधी रूद्र मीणा उर्फ RDX के रूप में की गई थी। लेकिन सोमवार सुबह कहानी ने चौंकाने वाला मोड़ ले लिया—जिसे RDX समझा जा रहा था, असल में वो प्रीतम गोस्वामी उर्फ टीटी निकला!
एक नाम, दो चेहरे बने पुलिस के लिए पहेली
रविवार को कोटा पुलिस के पास एक अहम सूचना आई थी—RDX और उसका साथी प्रीतम शहर के श्रीनाथ कॉलोनी स्थित एक फ्लैट में छिपे हुए हैं। पुलिस तुरंत वहां पहुंची। खिड़की से अंदर झांका तो दोनों अपराधी नजर आए। पुलिस ने चारों तरफ से घेराबंदी की और दरवाजा पीटने लगी।
खतरे को भांपते हुए RDX मौके से फरार हो गया, जबकि प्रीतम भाग नहीं सका। उसके पैर में पहले से रॉड लगी थी, जो उसकी सबसे बड़ी कमजोरी बन गई। उसने खुद को कमरे में बंद कर लिया। पुलिस दरवाजा तोड़ने की कोशिश कर रही थी, तभी अंदर से एक गोली चलने की आवाज आई—प्रीतम ने खुद को कनपटी पर गोली मार ली थी।
पुलिस को लगा कि RDX मर चुका है
पुलिस को फ्लैट के अंदर एक गाड़ी की चाबी, कुछ आईडी कार्ड और खून से लथपथ लाश मिली। RDX की पहचान वाले दस्तावेज देखकर पुलिस और उसके परिजन मान बैठे कि मरने वाला रूद्र मीणा ही है। शहर में खबर फैल गई—"कोटा का कुख्यात अपराधी RDX मारा गया।"
जब परिवार ने कहा, 'ये हमारा बेटा नहीं है!'
सोमवार सुबह जब शव को दोबारा देखने के लिए RDX के परिजनों को बुलाया गया, तो उन्होंने चौंकाने वाला बयान दिया—"ये रूद्र नहीं, बल्कि प्रीतम गोस्वामी है!"
अपराध की काली दुनिया: प्रीतम बनाम RDX
मरने वाला प्रीतम गोस्वामी उर्फ टीटी भी कोई छोटा-मोटा अपराधी नहीं था। उसके खिलाफ 15 से ज्यादा केस दर्ज थे, जिनमें लूट, फायरिंग, और हत्या के प्रयास जैसे संगीन अपराध शामिल थे। दूसरी ओर, RDX के खिलाफ पांच केस दर्ज थे, लेकिन उसकी छवि प्रीतम से भी ज्यादा खतरनाक थी।
प्रीतम और RDX का नाम 25 जनवरी की फायरिंग में सामने आया था। उस दिन कार सवार पांच बदमाशों ने एक दुकानदार से सिगरेट को लेकर झगड़ा किया था। विवाद इतना बढ़ा कि दुकानदार पर गोली चला दी गई। इसके बाद से पुलिस इस गिरोह की तलाश कर रही थी।