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11 जुलाई से शुरू सावन का पवित्र महीना, 100 साल बाद बन रहे ये 3 दुर्लभ योग

शिवालयों में विशेष तैयारी

केवल 29 दिन का होगा सावन

शिव भक्ति और कामनाओं की सिद्धि

11 जुलाई से शुरू सावन का पवित्र महीना, 100 साल बाद बन रहे ये 3 दुर्लभ योग

11 जुलाई से 9 अगस्त तक हिन्दू पंचांग का सबसे पवित्र महीना सावन शुरू हो रहा है। इस बार सावन का महीना बेहद खास है क्योंकि पूरे 100 साल बाद सावन के सोमवार पर तीन दुर्लभ शुभ योग बन रहे हैं। सर्वार्थ सिद्धि योग, ब्रह्म योग और इंद्र योग

ज्योतिषाचार्यों के अनुसार इन शुभ योगों में भगवान शिव की आराधना करने से मनोकामनाओं की पूर्ति, संतान सुख, और सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त होती है।

शिवालयों में विशेष तैयारी
सावन के पहले सोमवार को लेकर देशभर के शिवालयों में विशेष तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। मंदिरों में साफ-सफाई, रुद्राभिषेक की व्यवस्था और फूलों की सजावट के साथ भक्तों के स्वागत की पूरी तैयारी है।

नक्षत्रों की स्थिति
इस सोमवार को चंद्रमा पूर्वा फाल्गुनी और उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र में गोचर करेंगे। यह नक्षत्र मानसिक स्थिरता, ध्यान, और भक्ति भाव के लिए श्रेष्ठ माने जाते हैं। यही कारण है कि इस बार के सावन सोमवारों को विशेष माना जा रहा है।

केवल 29 दिन का होगा सावन
2025 में सावन मास केवल 29 दिनों का रहेगा लेकिन इन दिनों में आने वाले चारों सोमवारों पर शुभ योग बन रहे हैं, जिससे यह मास भक्तों के लिए फलदायी और कर्म सिद्धि देने वाला बन गया है।

शिव भक्ति और कामनाओं की सिद्धि
ज्योतिषीय दृष्टिकोण से यह सावन मास शिव भक्ति, तप, व्रत, और कामनाओं की पूर्ति के लिए अत्यंत फलदायक सिद्ध होगा। पंडितों का कहना है कि रुद्राभिषेक, महामृत्युंजय जाप और जलाभिषेक करने से विशेष पुण्य की प्राप्ति होगी।

पंडित भक्तों को सावन के सोमवार को व्रत, शिव चालीसा पाठ, और पंचामृत से अभिषेक करना चाहिए। इससे मानसिक शांति और परिवारिक सुख की प्राप्ति होती है।