Oh hi...जाह्नवी कपूर ने देखी अपनी ही फिल्म, कारगिल गर्ल की कहानी फिर आई नेटफ्लिक्स पर ट्रेंड में!
Gunjan Saxena Kargil War Movie: जाह्नवी कपूर की फिल्म ‘गुंजन सक्सेना’ नेटफ्लिक्स पर फिर ट्रेंड कर रही है। कारगिल वॉर हीरो की कहानी पर बनी इस बायोपिक ने एक बार फिर लोगों को भावुक कर दिया है।

मुंबई। भारत और पाकिस्तान के बीच हालिया तनाव के बीच 2020 में रिलीज हुई फिल्म ‘गुंजन सक्सेना – द कारगिल गर्ल’ एक बार फिर चर्चा में है। नेटफ्लिक्स पर यह फिल्म टॉप 10 ट्रेंडिंग लिस्ट में शामिल हो चुकी है। खास बात यह है कि इस मौके पर फिल्म की लीड एक्ट्रेस जाह्नवी कपूर ने इंस्टाग्राम स्टोरी पर एक दिल छू लेने वाली तस्वीर साझा की, जिसमें वह अपनी ही फिल्म को टीवी पर देखती नजर आ रही हैं। कैप्शन में उन्होंने सिर्फ दो शब्द लिखे – "Oh hi " — लेकिन उन शब्दों में भावनाओं का समंदर छिपा था।
फिर जिंदा हुआ गुंजन का साहस
‘गुंजन सक्सेना’ भारतीय वायुसेना की पहली महिला पायलटों में से एक की बायोपिक है, जिन्होंने 1999 के कारगिल युद्ध के दौरान मोर्चे पर घायल सैनिकों को बचाने के लिए जान जोखिम में डाली। जाह्नवी कपूर ने इस प्रेरणादायक भूमिका के लिए जबरदस्त तैयारी की थी — उन्होंने एयरफोर्स के तौर-तरीके सीखे, उड़ान से जुड़ी ट्रेनिंग ली और खुद को मानसिक रूप से तैयार किया।
आज, जब फिल्म दोबारा चर्चा में है, तो जाह्नवी का उसे देखना अपने संघर्ष, मेहनत और उस दौर की यादों को फिर से जीने जैसा है।
एक मजबूत बेटी, एक गर्वित पिता और एक मिसाल
फिल्म में जाह्नवी के साथ पंकज त्रिपाठी ने गुंजन के पिता का किरदार निभाया, जिसने दर्शकों को खूब भावुक किया। अंगद बेदी ने उनके भाई की भूमिका निभाई और विनीत कुमार सिंह, मानव विज जैसे कलाकारों ने कहानी को मजबूती दी। फिल्म का निर्देशन शरण शर्मा ने किया था, जबकि प्रोडक्शन की जिम्मेदारी करण जौहर, हीरू और अपूर्व मेहता तथा जी स्टूडियोज ने संभाली थी।
गुंजन सक्सेना का असली जीवन एक साहसी उदाहरण है। 1999 में उन्होंने 18,000 फीट की ऊंचाई पर 'चीता' हेलिकॉप्टर उड़ाया और युद्धग्रस्त द्रास और बटालिक क्षेत्रों से घायल जवानों को सुरक्षित निकाला। उनके इस वीरता के लिए उन्हें शौर्य वीर पुरस्कार से सम्मानित किया गया — ऐसा करने वाली वह पहली भारतीय महिला अधिकारी बनीं।
सोशल मीडिया पर जाह्नवी की पोस्ट वायरल
जाह्नवी की स्टोरी को देखकर फैंस भावुक हो गए हैं। उनके कमेंट्स में एक ही सवाल बार-बार उभर रहा है — “आप फिर से ऐसी प्रेरणादायक भूमिका कब निभाएंगी?” कुछ ने तो फिल्म को दोबारा देखने की बात भी की है।
आज जब देश की सीमाओं पर फिर से तनाव है, तो ऐसी फिल्में लोगों के भीतर फिर से देशभक्ति और साहस की भावना जगा देती हैं।