ACB ने BAP विधायक को रिश्वत के 20 लाख के साथ पकड़ा रंगे हाथ, अब खुलेगा भ्रष्टाचार का पिटारा?
Rajasthan MLA bribery case: BAP विधायक जयकृष्ण पटेल को राजस्थान ACB ने रिश्वत के 20 लाख रुपये के साथ रंगे हाथों पकड़ा। जानिए कैसे शुरू हुआ ये भ्रष्टाचार का मामला और क्या होंगे अगले बड़े खुलासे।

राजस्थान की राजनीति में इन दिनों भूचाल आया हुआ है। पहली बार एसीबी ने किसी वर्तमान विधायक को रिश्वत मामले में रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। ये गिरफ्तारी हुई है भारत आदिवासी पार्टी (BAP) के विधायक जयकृष्ण पटेल की, जो अब प्रदेश में भ्रष्टाचार के खिलाफ नई बहस को जन्म दे रही है।
बीते रविवार (4 मई) को जयकृष्ण पटेल को ACB ने उनके आवास से गिरफ्तार किया। आरोप है कि उन्होंने विधानसभा में खनन से जुड़े सवालों को हटवाने के बदले 10 करोड़ की मांग की थी, हालांकि डील आखिरकार 2.5 करोड़ में तय हुई। गिरफ्तारी के दौरान उनके निजी सचिव रोहित 20 लाख रुपये लेकर फरार हो गया था, लेकिन अब वो रकम एसीबी के हाथ लग चुकी है।
विधानसभा से शुरू हुई ब्लैकमेलिंग की कहानी
पूरा मामला जुलाई 2024 से शुरू हुआ, जब विधायक ने करौली जिले के टोडाभीम क्षेत्र में अवैध खनन, फार्म हाउस और नशा तस्करी को लेकर 5998 नंबर सवाल लगाते हुए सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। खास बात ये थी कि ये इलाका उनके अपने निर्वाचन क्षेत्र से करीब 600 किमी दूर था। सवालों के बाद पटेल ने उन्हीं कंपनियों से सवाल हटाने के बदले मोटी रकम की मांग शुरू कर दी।
जांच में पता चला कि जिस कंपनी को ब्लैकमेल किया गया वह BJP नेता रामनिवास मीणा और उनके बेटे रविंद्र मीणा की टालकोस इंडिया एलएलपी थी।
ACB ने जुटाए थे पुख्ता सबूत
सूत्रों के मुताबिक, रिश्वत मांगने की शिकायत मिलने पर ACB ने 29 जुलाई 2024 को मौके की रिपोर्ट तैयार की। इसके साथ ही खनन विभाग, वन विभाग से जवाब, ट्रैप वीडियो, कॉल रिकॉर्डिंग और डॉक्युमेंट्स इकट्ठा किए गए। सर्विलांस पर विधायक के गनमैन और कंपनी कर्मचारी भी लिए गए।
आखिरकार, ACB ने रिश्वत की पहली किस्त लेते समय जयकृष्ण पटेल को ट्रैप किया और गिरफ्तार कर लिया। अब जांच में बड़ा खुलासा होने की उम्मीद है।