राजस्थान: अलवर में जहरीली शराब से 6 मौतें, टीकाराम जूली बोले – “अधिकारियों पर दर्ज हो हत्या का मुकदमा”
Rajasthan poisonous liquor deaths: राजस्थान के अलवर जिले में जहरीली शराब पीने से 6 लोगों की मौत हो गई। नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हत्या का मुकदमा दर्ज करने की मांग की है। पढ़िए पूरी रिपोर्ट।

राजस्थान के अलवर जिले के सिलीसेड क्षेत्र में उस समय हड़कंप मच गया जब तीन अलग-अलग गांवों से जहरीली शराब पीने के बाद 6 लोगों की मौत की खबर सामने आई। यह मामला न केवल त्रासदी है बल्कि प्रशासनिक लापरवाही और राजनीतिक आक्रोश का केंद्र बन चुका है।
नेता प्रतिपक्ष का दौरा, पीड़ित परिवारों से की मुलाकात
घटना की गंभीरता को देखते हुए नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने तत्काल प्रभावित गांवों का दौरा किया। उनके साथ पूर्व मंत्री शकुंतला रावत और कांग्रेस जिला अध्यक्ष योगेश मिश्रा भी मौजूद रहे। स्थानीय ग्रामीणों ने साफ आरोप लगाए कि मौतें जहरीली, मिलावटी शराब के सेवन से हुईं, लेकिन प्रशासन इस मामले को दबाने की कोशिश कर रहा है।
“सरकार लीपा-पोती कर रही है”: जूली का प्रशासन पर सीधा हमला
टीकाराम जूली ने मीडिया से बातचीत में कहा, “मैंने खुद परिजनों से मिलकर सच्चाई जानी। पीड़ितों की आंखों की रोशनी चली गई थी, शरीर में झटके और उल्टी जैसे लक्षण थे – ये सब साफ तौर पर जहरीली शराब के संकेत हैं। बावजूद इसके, प्रशासन इसे नेचुरल डेथ बता रहा है।”
पोस्टमार्टम न कराना बना सबसे बड़ा सवाल
जूली ने सवाल उठाया कि यदि प्रशासन की बात मान ली जाए कि मौतें सामान्य थीं, तो पोस्टमार्टम क्यों नहीं कराया गया? उन्होंने आरोप लगाया कि यह पूरी तरह से मामले को दबाने की साजिश है। बिना जांच के मौत की वजह तय कर देना, न सिर्फ लापरवाही है, बल्कि न्याय से खिलवाड़ भी है।
“अधिकारियों पर हत्या का मुकदमा दर्ज हो”: जूली की मांग
नेता प्रतिपक्ष ने सख्त लहजे में कहा, “इस मामले में जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया जाना चाहिए। ये गरीब परिवार हैं, उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही। प्रशासन गुमराह कर रहा है, जबकि असली दोषियों को बचाया जा रहा है।”
सरकार से मुआवजे और कार्रवाई की मांग
टीकाराम जूली ने राज्य सरकार से मांग की कि नवजीवन योजना के तहत मृतकों के परिजनों को मुआवजा दिया जाए। साथ ही, नकली शराब बनाने और बेचने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई हो। उन्होंने कहा कि यदि इस मुद्दे को दबाया गया, तो यह आने वाले समय में और भी जानलेवा हो सकता है।