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राजस्थान में वन विभाग के ऑफिसर ने किसान से ली 4 लाख की रिश्वत, सदमे में हो गई किसान की मौत

वन विभाग के कर्मचारी ने मौखिक तौर पर लोगों को कहकर एक्शन शुरू हुआ। इस दौरान राधेश्याम के परिवार की जमीन की फसल हांक दी गई और मकान भी तोड़े जाने की बात कही गई, जिसको सुनने के पश्चात राधेश्याम सदमे में चला गया और उसकी 12 मार्च को मौत हो गई।

राजस्थान में वन विभाग के ऑफिसर ने किसान से ली 4 लाख की रिश्वत, सदमे में हो गई किसान की मौत

राजस्थान से एक एक्शन के दौरान एक किसान की मौत हो गई है। मामला रिश्ववत और एक्शन का है, लेकिन किसान की मौत ने मामले को चर्चा में ला दिया है। जिसके बाद अब इसकी जांच की बात सामने आई है। क्या है पूरी बात, जानिए...

क्या है मामला

राजस्थान के झालावाड़ में वन विभाग की एक्शन के बाद सदमे आए किसान की मौत हो गई। आरोप है कि वन विभाग के कर्मचारी ने मृतक के परिवार से 4 लाख रुपये से अधिक रिश्वत ली। इसके बावजूद किसान की जमीन भी चली गई और पैसा भी चला गया। स्थानीय विधायक ने किसान की मौत को लेकर वन मंत्री से बात की, जिस पर मंत्री संजय शर्मा ने जांच के आदेश दिए हैं। जानकारी के मुताबिक, सरोला थाना क्षेत्र के बोरखेड़ी गांव बाहर वन विभाग द्वारा खाई खोदे जाने का काम चल रहा है, जिसमें लंबे समय से वन भूमि पर खेती करते चले आ रहे कुछ लोगों की जमीनें भी वन विभाग ने अपने कब्जे में ली है। गांव के राधेश्याम का परिवार कई दशकों से उसकी खातेदारी की भूमि पर खेती करता चला रहा है, जिसमें कुछ वन भूमि भी शामिल थी। खातेदारी की आठ बीघा जमीन परवन सिंचाई परियोजना के डूब क्षेत्र में आ गई है, किंतु अभी बांध के डूब क्षेत्र में पानी नहीं भरा है तो ऐसे में वहां अधिकांश किसान खेती कर रहे हैं।

किसान की सदमें में हो गई मौत

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, वन विभाग के कर्मचारी ने मौखिक तौर पर लोगों को कहकर एक्शन शुरू हुआ। इस दौरान राधेश्याम के परिवार की जमीन की फसल हांक दी गई और मकान भी तोड़े जाने की बात कही गई, जिसको सुनने के पश्चात राधेश्याम सदमे में चला गया और उसकी 12 मार्च को मौत हो गई। राधेश्याम के परिजन का आरोप है कि जमीन और मकान को बचाने के लिए एक वनकर्मी को 4 लाख 20 हजार रुपए रिश्वत के दिए हैं, जिसने उन्हें आश्वासन दिया था कि उनकी जमीन बच जाएगी और मकान भी नहीं टूटेगा। मृतक के छोटे भाई ने बताया कि राधेश्याम की मौत के बाद परिवार बुरी तरह से टूट गया है। 

घर की महिलाओं के जेवर को बेचकर वनकर्मी को रिश्वत के पैसे दे दिए गए। लेकिन वन कर्मी ने धोखा करते हुए उनके पैसे भी हड़प लिए और जमीन के चारों तरफ खाई खुदवा दी और फसल को भी हांक कर बर्बाद कर दिया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, राधेश्याम की पत्नी ने बताया कि उसके पति ने इधर-उधर से इंतजाम करके पास ही के गांव में रहने वाले एक वनकर्मी को पहले साढ़े 3 लाख रुपए दिए और बाद में जब वन कर्मी ने उसको मकान भी तोड़े जाने की धमकी दी तो 70 हजार रुपये फिर दिए। 

अधिकारी ने कहा हो रहा है एक्शन

झालावाड़ डीएफओ सागर पंवार ने कहा कि वन विभाग द्वारा पहले ही नोटिस दे दिए गए थे और एक्शन लगातार की जा रही थी। ऐसे में उन्हें ना तो पूरे मामले की जानकारी है, ना ही किसी वनकर्मी द्वारा रिश्वत लिए जाने की शिकायत उनतक पहुंची है। फिर भी यदि कोई गड़बड़ हुई है तो उसकी जांच करवाएंगे। राधेश्याम का परिवार जिस वन कर्मी पर पैसे लेने का आरोप लगा रहा है, वो उनके पड़ोस के गांव का ही रहने वाला है। उसका राधेश्याम के यहां रोजाना का आना जाना था, लेकिन राधेश्याम की मौत के बाद अब तक उनके घर नहीं आया है। परिजनों का आरोप है कि आरोपी वनकर्मी ने स्वयं 50 से 60 बीघा वन भूमि पर कब्जा कर रखा है, जिसमें वो खेती कर रखा है। उधर सारोला पुलिस भी मामले की जांच कर रही है।