नागौर में ही सीमित सुरक्षा से नाराज हुए हनुमान बेनीवाल, लौटाए अपने दोनों सुरक्षाकर्मी
नागौर में ही सीमित सुरक्षा देने से नाराज सांसद हनुमान बेनीवाल ने अपने दोनों सुरक्षाकर्मियों को लौटाते हुए सरकार पर निशाना साधा। जानिए पूरी कहानी।

सांसद हनुमान बेनीवाल ने नागौर में ही सीमित सुरक्षा दिए जाने से नाराज होकर बड़ा कदम उठाया है। उन्होंने अपने दोनों पीएसओ (पर्सनल सिक्योरिटी ऑफिसर) को लौटा दिया और कहा कि अब उनकी सुरक्षा राजस्थान के जवान और किसान करेंगे, सरकार नहीं।
नागौर में क्यूआरटी तैनात, बाहर होते ही सुरक्षा हटाई गई
इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) से मिले इनपुट के आधार पर नागौर एसपी ने बेनीवाल की सुरक्षा के लिए पुलिस लाइन से एक क्यूआरटी (त्वरित प्रतिक्रिया टीम) तैनात की थी। यह टीम सिर्फ नागौर जिले में उनके साथ रहने वाली थी। जैसे ही बेनीवाल नागौर से जयपुर पहुंचे, उनकी सुरक्षा तत्काल हटा दी गई। जयपुर में शुक्रवार और शनिवार के प्रवास के दौरान उन्हें कोई सुरक्षा नहीं दी गई, जिससे वह आहत नजर आए।
हनुमान बेनीवाल का सरकार पर तीखा हमला
सांसद ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'X' पर सरकार के खिलाफ नाराजगी जताते हुए लिखा कि पहले उन्हें आधुनिक हथियारों से लैस चार सुरक्षाकर्मी दिए गए थे, लेकिन अब केवल दो सुरक्षाकर्मी और साधारण पिस्टल थमा दी गई है। उन्होंने सवाल उठाया कि अगर नागौर में जान का खतरा है तो बाकी जगह पर क्यों नहीं? और आखिर उन्हें खतरा किससे है, सरकार को यह भी सार्वजनिक करना चाहिए।
'मेरी रक्षा अब जनता करेगी'
बेनीवाल ने लिखा कि पिछले दिनों राज्य सरकार के अधिकारियों ने खुद उन्हें जान का खतरा बताया था, लेकिन उसके बावजूद राजधानी जयपुर में भी उन्हें सुरक्षा नहीं दी गई। उन्होंने कहा कि अब उनकी रक्षा राजस्थान की आम जनता, गरीब और किसान करेंगे। सरकार की ओर से की गई सुरक्षा व्यवस्था पर तंज कसते हुए उन्होंने लिखा, "मेरे जोश और जुनून के पीछे जनता का आशीर्वाद है, जो आपकी सुरक्षा से कहीं बड़ा है।"