ऑपरेशन सिंदूर अभी सिर्फ स्थगित, पीएम मोदी बोले सुन ले दुनिया पाकिस्तान द्वारा फैलाए आंतकवाद को भारत नहीं करेगा बर्दाश्त
पीएम मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर के जरिए भारत की बेटियों का सिंदूर मिटाने वालों को सबक सीखाने की बात कही है। पीएम मोदी ने कहा कि 22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकवादियों ने जो बर्बरता दिखाई थी उसने देश, दुनिया को झकझोर दिया था। छुट्टियां मना रहे निर्दोष नागरिकों को धर्म पूछकर उनके परिवार, उनके बच्चों के सामने बेरहमी से मार डाला यह आतंक का बहुत विभत्स चेहरा था, क्रूरता थी।

भारत और पाकिस्कान के बीच जारी तनाव के बीच पीएम मोदी ने देश को संबोधित किया है। जहां पर उन्होंने परमाणु हथियार के साथ ही दुनिया को भी सचेत कर दिया है। वहीं, पीएम मोदी ने ये भी साफ कर दिया है कि ऑपरेशन सिंदूर अभी स्थगित किया गया है, पाकिस्तान द्वारा अगर किसी प्रकार की कोई परेशानी भारत के लिए खड़ी की जाती है, तो उस दशा में भारतीय सेना एक्शन लेगी।
पीएम मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर को लेकर कही ये बात
पीएम मोदी ने देश को संबोधित किया। जहां पर उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर अभी स्थगित नहीं किया गया है, ये पीएम मोदी ने साफ कर दिया है। उन्होंने कहा कि "ऑपरेशन सिंदूर न्याय की अखंड प्रतिज्ञा है। 6 मई की देर रात, 7 मई की सुबह पूरी दुनिया ने इस प्रतिज्ञा को परिणाम में बदलते देखा है। भारत की सेनाओं ने पाकिस्तान में आतंक के ठिकानों, उनके ट्रेनिंग सेंटर पर सटीक प्रहार किया। आतंकियों ने सपने में भी नहीं सोचा होगा कि भारत इतना बड़ा फैसला ले सकता है लेकिन जब देश एकजुट होता है, राष्ट्र प्रथम की भावना से भरा होता है तो फौलादी फैसले लिए जाते हैं, परिणाम लाकर दिखाए जाते हैं।"
100 से ज्यादा आतंकवादियों को घुसकर मारा
पीएम मोदी ने साफ किया है कि ऑपरेशन सिंदूर के जरिए 100 से ज्यादा आंतकवादियों को घुसकर मारा है। इसी के साथ ही भारतीय सेना को पूरी तरह से छूट भी गई है। पीएम मोदी ने कहा है कि हमारे वीर सैनिकों ने ऑपरेशन सिंदूर के लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए असीम शौर्य का प्रदर्शन किया। मैं उनकी वीरता, साहस और पराक्रम को देश की हर माता, बहन और बेटी को समर्पित करता हूं।
बेटियों के माथे का सिंदूर मिटाने वालों को सीखाया सबक
पीएम मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर के जरिए भारत की बेटियों का सिंदूर मिटाने वालों को सबक सीखाने की बात कही है। पीएम मोदी ने कहा कि 22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकवादियों ने जो बर्बरता दिखाई थी उसने देश, दुनिया को झकझोर दिया था। छुट्टियां मना रहे निर्दोष नागरिकों को धर्म पूछकर उनके परिवार, उनके बच्चों के सामने बेरहमी से मार डाला यह आतंक का बहुत विभत्स चेहरा था, क्रूरता थी। यह देश के सद्भाव को तोड़ने की घिनौनी कोशिश भी थी। मेरे लिए व्यक्तिगत रूप से यह पीड़ा बहुत बड़ी थी। इस आतंकी हमले के बाद पूरा देश, हर राजनीतिक दल, एक स्वर में आतंक के खिलाफ उठ खड़ा हुआ है। हमने आतंकवादियों को मिट्टी में मिलाने के लिए भारत की सेनाओं को पूरी छूट दे दी है आज हर आतंकी, आतंक का हर संगठन जान चुका है कि हमारी बहनों, बेटियों के माथे से सिंदूर हटाने का अंजाम क्या होता है।