Rajasthan MLA Bribery Case: राजकुमार रोत के बाद 'हनुमान बेनीवाल बोले आदिवासी पार्टी को खत्म करने की कोशिश'
हनुमाल बेनीवाल ने कहा था कि कि पैसे लेकर सदन में सवाल पूछना एक गंभीर मामला होता है जिसमें कई सांसदों की सदस्यता भी जा चुकी है। इसलिए इसमें दूसरे पक्ष के उन लोगों की भी निष्पक्षता से जांच होनी चाहिए जिन्होंने आरोप लगाए हैं। सांसद बेनीवाल ने कहा कि इस मामले में सांसद राजकुमार रोत से बात करने के बाद ही स्थिति साफ हो पाएगी।

राजस्थान में भारत आदिवासी पार्टी के विधायक पर रिश्वत का आरोप लगाया गया है, जिसके बाद से राजस्थान की राजनीति लगातार सुर्खियों में है। अब भारत आदिवासी पार्टी के सबसे चर्चित व्यक्ति बांसवाड़ा के सांसद राजकुमार रोत ने इस मामले में साज़िश होने की बात कही है। क्या है पूरी बात, जानिए...
राजकुमार रोत की पार्टी के नेता पर लगा था रिश्वत का आरोप
राजस्थान के बांसवाड़ा से भारत आदिवासी पार्टी (BAP) के विधायक जयकृष्ण पटेल की गिरफ्तारी मामले ने राजस्थान की राजनीति में हलचल मचा दी है। उन्हें रविवार को गिरफ्तार किया था। वहीं, सोमवार को जयपुर की एक अदालत ने उन्हें दो दिन की पुलिस रिमांड में भेजा है। जिसके बाद मामले को लेकर विधायक से पूछताछ की जा रही है। बाप विधायक पर एक खदान के बारे में विधानसभा में सवाल वापस लेने के लिए 20 लाख रुपये की रिश्वत लेने का आरोप है और बताया गया है कि इसके लिए ढाई करोड़ रुपये की डील हुई थी और ये उसकी पहली किश्त थी।
राजकुमार रोत ने मामले को लेकर जताया ये संदेह
इस मामले में विधायक पर क्या एक्शन होता है, इस पर सभी की नजर है। अब सांसद राजकुमार रोत ने इस मामले में साज़िश होने का संकेत दिया है। साथ ही अब राजस्थान की एक और बड़े राजनेता और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने भी रोत की तरह साज़िश का शक जताया है। बता दें, हनुमान बेनीवाल ने एक बातचीत में कहा कि अगर किसी विधायक ने पैसे लिए हैं तो ये गलत है और वो इसकी निंदा करते हैं। लेकिन उन्होंने साथ ही कहा कि उन्हें इस मामले में एक गहरे षडयंत्र की बू आ रही है।ऐसा लग रहा है जैसे कांग्रेस और बीजेपी मिलकर भारत आदिवासी पार्टी को खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं।
हनुमाल बेनीवाल ने कहा था कि कि पैसे लेकर सदन में सवाल पूछना एक गंभीर मामला होता है जिसमें कई सांसदों की सदस्यता भी जा चुकी है। इसलिए इसमें दूसरे पक्ष के उन लोगों की भी निष्पक्षता से जांच होनी चाहिए जिन्होंने आरोप लगाए हैं। सांसद बेनीवाल ने कहा कि इस मामले में सांसद राजकुमार रोत से बात करने के बाद ही स्थिति साफ हो पाएगी।
राजकुमार रोत ने क्या कहा था
राजकुमार रोत ने इस मामले में कहा था कि "आप देख सकते हैं कि बाप इस पूरे इलाक़े में कितनी जल्दी एक बड़ी पार्टी हो गई और इसने बड़े नेताओं को घर बिठा दिया है। तो ये स्वाभाविक है कि वो षड्यंत्र करेंगे। वो व्यक्ति ढाई करोड़ रुपये देने के लिए क्यों तैयार हो गया? वो भी इस षड्यंत्र का हि्स्सा है। इसी के साथ ही राजकुमार रोत ने ये भी साफ किया कि उनके कहने का ये मतलब कतई नहीं है कि उनकी पार्टी के विधायक निर्दोष हैं। युवा नेता ने ये भी कहा कि पार्टी की कोर कमिटी मीटिंग में विधायक की बातें सुनेगी और उसके बाद ही तय करेगी कि क्या कार्रवाई होनी चाहिए। इस मामले में आगे क्या होता है, इसपर सभी की नजर है।