राजस्थान में सोशल मीडिया पर 'पाक प्रेमियों' पर पैनी नजर, 250 संदिग्धों की लिस्ट तैयार, फैला रहे जहर
Pakistan Supporters in Rajasthan: पहलगाम हमले के बाद राजस्थान में सोशल मीडिया पर पाकिस्तान का समर्थन करने वाले 250 संदिग्धों की पहचान की गई है। जल्द होगी सख्त कार्रवाई। जानिए पूरी रिपोर्ट।

कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद देशभर में गुस्से का माहौल है और अब इसी बीच राजस्थान में भी ऐसे लोगों की पहचान शुरू हो गई है जो पाकिस्तान का समर्थन करते हुए सोशल मीडिया पर गतिविधियां चला रहे हैं। खुफिया एजेंसियों ने करीब 250 संदिग्धों को चिन्हित कर लिया है और जल्द ही इनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की तैयारी की जा रही है।
सोशल मीडिया पर छिपे 'पाक प्रेमी', अब नहीं बच पाएंगे
सूत्रों के मुताबिक, देश विरोधी गतिविधियों में लिप्त और सोशल मीडिया पर पाकिस्तान के समर्थन में पोस्ट करने वाले व्यक्तियों का डेटा इकट्ठा किया गया है। राजस्थान में इनकी तादाद करीब ढाई सौ बताई जा रही है। ये लोग प्रत्यक्ष तौर पर सामने नहीं आते, लेकिन प्रतिबंधित संगठनों से जुड़े होने की आशंका है। अब जल्द ही इनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई होगी।
जालोर में पकड़ा गया पहला आरोपी शरीफ खान
जालोर जिले के बागोड़ा थाना क्षेत्र के खोखा गांव निवासी शरीफ खान को पुलिस ने हिरासत में लिया है। उस पर आरोप है कि उसने पहलगाम आतंकी हमले के बाद सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक और उकसाने वाली पोस्ट डाली थी। पुलिस ने शरीफ खान के खिलाफ सामाजिक सौहार्द्र बिगाड़ने और अनर्गल टिप्पणियां करने के आरोप में केस दर्ज कर लिया है।
कानून मंत्री का बड़ा बयान "अब बख्शा नहीं जाएगा"
राजस्थान सरकार के कानून मंत्री जोगाराम पटेल ने कहा कि पाकिस्तान को उसकी करतूतों का परिणाम भुगतना पड़ेगा। उन्होंने साफ किया कि पाक विस्थापितों को डरने की जरूरत नहीं है, बल्कि अब सरकार कठोर कदम उठाएगी। पटेल ने कहा कि सोशल मीडिया पर देशविरोधी गतिविधियों में शामिल हर व्यक्ति को चिन्हित किया जा रहा है और देशद्रोह जैसी मानसिकता को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
आतंक के समर्थकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की तैयारी
पहलगाम हमले के बाद देशभर में उबाल है और अब सरकार और एजेंसियां उन छिपे समर्थकों के खिलाफ भी एक्शन के मूड में हैं जो पर्दे के पीछे से पाकिस्तान का गुणगान करते हैं। राजस्थान में शुरू हुई यह कार्रवाई पूरे देश में एक बड़ा संदेश दे सकती है कि अब देशद्रोह को किसी भी रूप में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।