राजस्थान में मौसम को लेकर क्या हुई भविष्यवाणी, रिपोर्ट में आई ये बड़ी जानकारी
र्वानुमान से तापमान के बारे में भी एक संकेत मिलता है। देश के अधिकांश भागों में अधिकतम तापमान सामान्य से कम रहने की उम्मीद है, लेकिन उत्तर-पश्चिम और पूर्वोत्तर भारत के कई भागों में अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक रह सकता है। मध्य भारत और उससे सटे दक्षिणी प्रायद्वीप के कुछ हिस्सों को छोड़कर अधिकांश क्षेत्रों में न्यूनतम तापमान सामान्य से अधिक रहने का अनुमान है।

राजस्थान में मौसम एक बार फिर से करवट बदल रहा है, तो अब मौसम विभाग ने साफ कर दिया है कि इस साल बारिश अपना कमाल दिखाएगी। कई जगहों पर बारिश और आने वाले दिनों में मौसम क्या कुछ करवट बदलेगा, इसकी रिपोर्ट मौसम विभाग ने पेश की है। क्या है पूरी बात, जानिए...
जानिए मौसम विभाग ने क्या कहा
2025 दक्षिण-पश्चिम मानसून ऋतु (जून-सितंबर) वर्षा के लिए अद्यतन दीर्घावधि पूर्वानुमान
— India Meteorological Department (@Indiametdept) May 27, 2025
मात्रात्मक रूप से, पूरे देश में दक्षिण-पश्चिम मानसून ऋतुनिष्ठ वर्षा दीर्घावधि औसत (एलपीए LPA) का 106% होने की संभावना है, जिसमें मॉडल त्रुटि ±4% है।
मानसून ऋतु (जून से सितंबर), 2025 के दौरान… pic.twitter.com/b7FBGV9i0j
मौसम को लेकर विभाग का कहना है कि इस साल जून से सितंबर तक आने वाले मानसून सीजन के दौरान भारत के अधिकांश हिस्सों में सामान्य से अधिक बारिश हो सकती है। मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने मंगलवार, 27 मई को इस साल दक्षिण-पश्चिम मानसून के लिए अपना नया पूर्वानुमान जारी किया। रिपोर्ट के मुताबिक, इस साल पूरे भारत में दीर्घ अवधि औसत (एलपीए) का 106 प्रतिशत बारिश होने की संभावना है, यानी इस साल सामान्य से 6 प्रतिशत ज़्यादा बारिश हो सकती है। मानसून के पहले महीने जून में भारत के अधिकांश हिस्सों में सामान्य से अधिक बारिश होने की संभावना है। लेकिन दक्षिणी भारत के कुछ क्षेत्रों और उत्तर-पश्चिम और पूर्वोत्तर भारत के कुछ हिस्सों में सामान्य से कम बारिश हो सकती है।
राजस्थान को लेकर हुई ये भविष्यवाणी
राजस्थान में बारिश को लेकर मौसम विभाग ने अच्छी भविष्यवाणी की है। मौसम विभाग ने का कहना है कि पश्चिमी राजस्थान के हिस्सों में 115% बारिश हो सकती है। यानी इन इलाकों में सामान्य से 15 प्रतिशत ज़्यादा बारिश होने का अनुमान है। पूर्वी राजस्थान में 110% बारिश का अनुमान व्यक्त किया गया है, यानी पूर्वी राजस्थान के क्षेत्रों में औसत से 10 प्रतिशत ज़्यादा बारिश हो सकती है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, पूर्वानुमान से तापमान के बारे में भी एक संकेत मिलता है। देश के अधिकांश भागों में अधिकतम तापमान सामान्य से कम रहने की उम्मीद है, लेकिन उत्तर-पश्चिम और पूर्वोत्तर भारत के कई भागों में अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक रह सकता है। मध्य भारत और उससे सटे दक्षिणी प्रायद्वीप के कुछ हिस्सों को छोड़कर अधिकांश क्षेत्रों में न्यूनतम तापमान सामान्य से अधिक रहने का अनुमान है, जहां सामान्य से कम न्यूनतम तापमान दर्ज किया जा सकता है। अच्छी बात ये है कि उत्तर-पश्चिम, मध्य और पूर्वी भारत के अधिकांश हिस्सों में हीटवेव वाले दिनों की संख्या सामान्य से कम रहने की संभावना है।