Trendingट्रेंडिंग
विज़ुअल स्टोरी

Trending Visual Stories और देखें
विज़ुअल स्टोरी

राजस्थान में मॉक ड्रिल के लिए कोटा क्यों है खास? सीमा से दूर लेकिन संवेदनशील 'A कैटगरी' में मिली जगह

राजस्थान को कोटा शहर संवेदनशील जगहों में गिना जा रहा है। इसे ए कैटेगरी में रखा गया है। कोटा पश्चिमी राजस्थान से काफी दूर है जिसकी सीमा पाकिस्तान से लगती है। लेकिन कोटा सामरिक दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण स्थान है। कोटा रावतभाटा के बिलकुल पास है जो भारत का एक प्रमुख परमाणु केंद्र है।

राजस्थान में मॉक ड्रिल के लिए कोटा क्यों है खास? सीमा से दूर लेकिन संवेदनशील 'A कैटगरी' में मिली जगह

देशभर में 7 मई की सुबह से ही ऑपरेशन सिंदूर और मॉकड्रिल की चर्चा रही। राजस्थान में तीन कैटेगरी में बांटकर मॉकड्रिल की गई। कुछ इलाके पाकिस्तानी सरहद से जुड़े होने की वजह से काफी तनाव की स्थिती में हैं। लेकिन इस सब के बीच कोचिंग मंडी कहा जाने वाला शहर कोटा काफी चर्चा में आ गया। क्या है पूरी बात, क्यों कोटा रहा खास, जानिए...

प्रदेश में 7 मई को हुआ मॉक ड्रिल

जम्मू कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए केंद्र सरकार ने 7 मई को पूरे देश में चुनिंदा जगहों पर मॉक ड्रिल का आयोजन किया है। इसका मकसद संभावित हमले या सुरक्षा पर खतरे की स्थिति में अपने नागरिकों को तैयार रखना है, बताया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक, ये मॉक ड्रिल देश के 244 सिविल डिफेंस डिस्ट्रिक्स्ट्स में हो रहा है। ये सिविल डिफेंस ज़िले देश के सभी 29 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में हैं। इनमें राजस्थान का नाम भी शामिल है। राजस्थान के 28 स्थानों को मॉक ड्रिल के लिए चुना गया है।

तीन कैटेगरी में बांटे गए शहर

मॉक ड्रिल के लिए सभी जगहों को संवेदनशीलता के आधार पर तीन वर्गों में बांटा गया है। इसमें सीमाओं से नजदीकी, बंदरगाह, पावर ग्रिड, बांध जैसे सामरिक महत्व के प्रतिष्ठान तथा आबादी जैसी चीज़ें शामिल होती हैं। 

राजस्थान के 28 स्थान जहां मॉक ड्रिल हुए 

कैटगरी A के स्थान - कोटा और रावतभाटा (चित्तौड़गढ़ ज़िला)

कैटगरी B के स्थान - जयपुर, अजमेर, अलवर, भरतपुर, बीकानेर, जोधपुर, श्रीगंगानगर, जैसलमेर, उदयपुर, सीकर, सूरतगढ़ समेत कुल 18 स्थान

कैटगरी C के स्थान - फुलेरा, ब्यावर, जालौर, नागौर, पाली समेत कुल 8 स्थान

जानिए कोटा क्यों बना हुआ है चर्चा में..

राजस्थान को कोटा शहर संवेदनशील जगहों में गिना जा रहा है। इसे ए कैटेगरी में रखा गया है। कोटा पश्चिमी राजस्थान से काफी दूर है जिसकी सीमा पाकिस्तान से लगती है। लेकिन कोटा सामरिक दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण स्थान है। कोटा रावतभाटा के बिलकुल पास है जो भारत का एक प्रमुख परमाणु केंद्र है। रावतभाटा में अभी 7 परमाणु रिएक्टर बिजली का उत्पादन कर रहे हैं। वहां पर आठवां रिएक्टर निर्माणाधीन है जो अगले वर्ष काम करने लगेगा। इसके बाद वहां बिजली उत्पादन की क्षमता बढ़कर 2,580 मेगावाट हो जाएगी। रावतभाटा चित्तौड़गढ़ ज़िले में है लेकिन कोटा से यह लगभग 50 किलोमीटर दूर है। इसी के साथ ही कोटा बांधों के लिहाज़ से भी एक महत्वपूर्ण है, कोटा शहर के बीचों बीच कोटा बराज है जो चंबल नदी पर बना एक बड़ा बांध है।