कंवरलाल मीणा की विधायकी पर खतरा ! 20 साल पुराने मामले में किया सरेंडर, पढ़ें पूरी खबर एक क्लिक में
बीजेपी विधायक कंवरलाल मीणा ने 2005 में SDM को धमकाने के मामले में सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर कोर्ट में सरेंडर किया। 3 साल की सजा के चलते उनकी विधायकी पर खतरा मंडरा रहा है।

जयपुर। बारां जिले की आंता सीट से बीजेपी नेता और विधायक कंवरलाल मीणा ने बुधवार को अदालत में सरेंडर किया। विधायक सरेंडर करने के से पहले भगवान के दर्शन करने बालाजची मंदिर गए। जिसके बाद वह समर्थकों के साथ मनोहर कोर्ट पहुंचे। यहां से पुलिस उन्हें अपने साथ ले गई। बता दें, बीते दिनों मीणा को सर्वोच्च न्यायालय से झटका मिला था। कोर्ट ने उन्हें सरेंडर करने का आदेश दिया था।
आखिर किस मामले में किया सरेंडर ?
मामला 20 साल पहले यानी 2005 का है। जहां झालावाड़ में उप सरपंच चुनाव के दौरान बीजेपी नेता ने अपने रसूख और ताकत का गलत उपयोग करते हुए मनोहर थाने के SDM रावनिवास मेहता को पिस्टल के धमकाकर वोटों की गिनती दोबारा कराने की धमकी दी थी। इतना ही नहीं, इस दौरान बीजेपी नेता ने सरकारी कैमरे की कैसेट तोड़ने के साथ कैमरा भी तोड़ने का प्रयास किया था। हालांकि मौके पर मौजूद अधिकारियों ने किसी तरह स्थिति को संभाला था।
अंता विधायक कंवरलाल मीणा ने मनोहरथाना कोर्ट में सरेंडर कर दिया है। pic.twitter.com/VQLeHNJgLV
— Arvind Chotia (@arvindchotia) May 21, 2025
अभी तक क्या अदालत का घटनाक्रम
मामला लंबे वक्त कोर्ट में चला। जहां 2018 में ट्रायल कोर्ट ने बीजेपी विधायक को बरी करने का आदेश दिया था। लेकिन मामला ADJ कोर्ट पहुंचा और 2020 में तीन साल की सजा सुनाई गई। विधायक ने हाईकोर्ट का रूख किया। जहां से उन्हें झटका लगा और 1 मई 2025 को फैसला सुनाते हुए जयपुर हाईकोर्ट ने सजा बरकरार रखने का आदेश दिया। इसके बाद कंवरलाल मीणा सुप्रीम कोर्ट पहुंचे लेकिन यहां से उन्हें कोई राहत नहीं मिली। आखिर में उन्होंने सरेंडर कर दिया।
कंवरलाल मीणा की विधायकी पर लटकी तलवार
कंवरलाल मीणा को तीन साल की सजा अदालत ने सुनाई है। ऐसे में कानून के मुताबिक उनकी विधायकी खुद ही समाप्त हो सकती है। हालांकि विधायकी बचाए रखने के लिए बीजेपी नेता ने सुप्रीम कोर्ट में रिवीजन याचिका डाली है। ऐसे में अगर अदालत उनकी सजा कुछ कम करती है तो वह विधायक बन रह सकते हैं।