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SI Paper Leak: हुंकार रैली के लिए बेनीवाल तैयार, बोले- अब नहीं जगे तो फिर मत कहना कि कोई लड़ नहीं रहा’

25 मई को SI पेपर लीक मामले में बड़ा दिन होने वाला है। एक ओर हाईकोर्ट में परीक्षा रद्द होने पर फैसला होगा, वहीं दूसरी ओर हनुमान बेनीवाल जयपुर में छात्रों के समर्थन में हुंकार रैली निकालेंगे। जानिए क्या बोले सांसद बेनीवाल छात्रों से।

SI Paper Leak: हुंकार रैली के लिए बेनीवाल तैयार, बोले- अब नहीं जगे तो फिर मत कहना कि कोई लड़ नहीं रहा’

SI Paper Leak Update: भर्ती परीक्षा रद्द होने का इंतजार कर रहे छात्रों के लिए आने वाले दो दिन बहुत खास होने वाले हैं। एक तरफ सरकार हाइकोर्ट में जवाब दाखिल कर बताएगी कि परीक्षा रद्द होगी या नहीं। दूसरी तरफ एक माह से छात्रों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हनुमान बेनीवाल राजधानी जयपुर में हुंकार रैली का आयोजन करने जा रहे हैं। जिसमें लाखों छात्रों के शामिल होने की संभावना है। हालांकि रैली से पहले नागौर सांसद का बयान सामने आया है। जहां उन्होंने छात्रों से खास अपील की है। 

हुंकार रैली के तैयार बेनीवाल

मीडिया से बातचीत करते हुए हनुमान बेनीवाल ने कहा कि जब भी राजस्थान के किसी भी कौने में युवाओं के साथ अन्याय हुआ है। मैंने हमेशा उनके हित के लिए आवाज उठाई है। चाहे मुझे संसद भी बाहर कर दिया गया हो। कई बार मेरी आवाज को दबाने की कोशिश की गई लेकिन मैं कभी पीछे नहीं हटा और ना हटूंगा। अब एक बार 25 मई के दिन इतिहास रचने का वत्त आ गया है। से सिर्फ नहीं बल्कि आपका इतिहास है। ये आपकी ताकत है, भविष्य है। मुझे भरोसा है। कोई भी धमकी, जाति, लोभ और डर आपकी आवाज को दबाने की कोशिश नहीं कर पाएगा। मैं बस छात्रों से पूछना चाहता हूं, कब तक ऐसी बेरोजगारी और भ्रष्टाचार बर्दाश्त करोगे। क्या बच्चों का भविष्य बर्बाद करने के लिए आप अभी भी चुप रहेंगे। 

धमकियों से बिल्कुल न डरें- बेनवाल 

बेनीवाल ने आगे कहा कि मैं हनुमान बेनीवाल हूं। इस मिट्टी का बेटा। मैं वो इंसान हूँ जो न कभी सत्ता से डरा और न ही अपने ज़मीर से कोई समझौता किया। मैंने अपनी जान जोखिम में डालकर आपकी आवाज़ संसद में उठाई। मेरे ऊपर हमले हुए, केस दर्ज हुए, जेल भेजा गया, लेकिन मैं रुका नहीं।अब वक्त है आपके साथ खड़े होने का — बिना डरे, बिना झुके, पूरी ताकत से। 25 मई को एक बार फिर व्यवस्था को जगाने का दिन है। अगर आप चाहते हैं कि आवाज़ें दबाई न जाएं, तो इस सिस्टम को झकझोरने के लिए आपको खड़ा होना होगा। आपका एक वोट इस जमीनी संघर्ष को ताकत देगा। आपका एक फैसला लाखों युवाओं की उम्मीद बनेगा। अगर अब नहीं जगे, तो फिर मत कहना कि कोई लड़ नहीं रहा।