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हाथों में तलवार, दिल में चुभन, महारानी का शायराना अंदाज ! वसुंधरा राजे ने किसे दे दी नसीहत ?

राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने सिरोही दौरे के दौरान शायराना अंदाज में बड़ी बात कह दी। इस बयान को लेकर सियासी गलियारों में चर्चाएं तेज हो गई हैं। जानिए क्या कहा महारानी ने।

हाथों में तलवार, दिल में चुभन, महारानी का शायराना अंदाज ! वसुंधरा राजे ने किसे दे दी नसीहत ?

जयपुर। प्रदेश की राजनीति में अगर किसी नेता के बयान से दिल्ली तक हलचल मच जाती है तो वो कोई और नहीं बल्कि पूर्व सीएम वसुंधरा राजे हैं। चाहे सत्तापक्ष हो या फिर विपक्ष वह अपनी बात बेबाकी रखना से जानती हैं। इसी बीच महारानी वसुंधरा राजे एक बार फिर चर्चा में आ गई है। जहां, उन्होंने शायराना अंदाज में बड़ी नसीहत दे डाली। वहीं, राजनीतिक पंडित इस बयान के तमाम मतलब निकाल रहे हैं। सबसे पहले आप ये वीडियो देखिए- 

वसुंधरा राजे का शायराना अंदाजा 

बता दें, वसुंधरा राजे बीते दिनों सिरोही दौरे पर हैं। जहां रेवदर में आंजनी माता के दर्शन के बाद वह एक कार्यक्रम में पहुंची। कार्यकर्ताओं और जनता ने उनका दिल खोलकर उनका स्वागत किया। इस दौरान उन्होंने शायरी कहते बड़ी बात कह दी। कहा, राजनीतिक जीवन आसान नहीं होता है। हर किसी के जीवन में उतार-चढ़ाव आते हैं। लेकिन जनता ने मुझे हमेशा हर परेशानी से लड़ने की ताकत दी है। मेरा सम्मान कभी कम नहीं होने दिया। इस दौरान उन्होंने कहा, "गमों की आंच पर आंसू उबालकर देखो, बनेंगे रंग किसी पर भी डाल कर देखो, तुम्हारे दिल की चुभन जरूर कम होगी, किसी के पांव से कांटा निकाल कर तो देखो।"

वसुंधरा राजे को किस बात की चुभन?

ये कविता कवि कुंवर बेचैन के द्वारा रचित है। कविता का अर्थ है, हमें हमेशा लोगों की मदद करना चाहिए। खुद के दुख भुलाकर दूसरों के साथ खड़े होना चाहिए। ये दिल की चुभन कम करता है और इंसान अपने दुखों को भूल जाता है। हालांकि धार्मिक कार्यक्रम में राजे द्वारा इस तरह का बयान कई सवाल खड़े करता है। आकिर, महारानी के दिल में किस बात की चुभन है। वह किस गम को भुलाने की बात कर रही है, ये तो कोई नहीं जानता है हालांकि इस बयान के कई मायने निकालें जा रहे हैं। 

पहले भी दे चुकी हैं शायराना बयान

बता दें, ये कोई पहली बार नहीं है। जब वसुंधरा राजे ने इस तरह का बयान दिया हो। भजनलाल शर्मा के सत्ता संभालने और मदन राठौर के अध्यक्ष बनने पर महारानी ने कहा था, अब सबको साथ लेकर काफी मुश्किल हो गया है। कई लोगों को निराशा का सामना भी करना पड़ रहा है। इस बयान की चर्चा भी जोरों-शोरों से हो रही है।