धरे रह जाएंगे आधार पैन जैसे जरूरी दस्तावेज, छोड़ना होगा देश अगर नहीं दिखाया हिंदुस्तानी होने का ये अहम प्रूफ
Citizenship Proof Mandatory Document: दिल्ली में अब आधार, पैन या राशन कार्ड से भारतीय नागरिकता साबित नहीं होगी। जानिए कौन से दस्तावेज मान्य हैं और सरकार ने प्रवासियों के लिए क्या सख्त निर्देश दिए हैं।

दिल्ली में अब किसी भी व्यक्ति के भारतीय नागरिक होने का सबूत केवल वोटर आईडी कार्ड या भारतीय पासपोर्ट से ही दिया जा सकेगा। दिल्ली पुलिस ने यह सख्त आदेश केंद्र सरकार के निर्देश के बाद जारी किया है। आधार, पैन और राशन कार्ड जैसे दस्तावेज अब नागरिकता के सबूत के तौर पर मान्य नहीं होंगे।
अवैध प्रवासियों की पहचान में बढ़ी मुश्किलें
पिछले कुछ महीनों से दिल्ली में अवैध रूप से रह रहे लोगों के खिलाफ एक बड़ा वेरिफिकेशन अभियान चलाया जा रहा था। इस दौरान पुलिस ने पाया कि कई बांग्लादेशी और रोहिंग्या प्रवासी आधार, पैन और राशन कार्ड जैसे दस्तावेज दिखाकर खुद को भारतीय नागरिक बताने की कोशिश कर रहे थे। इससे असली नागरिकों की पहचान करना मुश्किल हो गया था।
पुलिस को मिले नए आदेश, सिर्फ असली दस्तावेज ही मान्य
हिन्दुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अवैध प्रवासियों के पास UNHCR द्वारा जारी पहचान पत्र तक पाए गए। ऐसे में अब दिल्ली पुलिस ने साफ निर्देश दिया है कि केवल वोटर आईडी या भारतीय पासपोर्ट ही नागरिकता के लिए मान्य होंगे। सभी जिलों के डीसीपी को अपने-अपने इलाकों में सख्त निगरानी बढ़ाने का आदेश दिया गया है।
दिल्ली में रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों पर भी सख्ती
दिल्ली में करीब 3,500 पाकिस्तानी नागरिकों की उपस्थिति दर्ज है, जिनमें से अधिकांश ने वीजा की शर्तों का उल्लंघन किया है। इनमें से करीब 400 मुस्लिम नागरिक पहले ही अटारी बॉर्डर से पाकिस्तान लौट चुके हैं। अब बाकियों पर भी देश छोड़ने का दबाव बढ़ाया जा रहा है।
पहलगाम हमले के बाद और कड़ा हुआ रुख
हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तानियों के वीजा को रद्द करने का निर्णय लिया है। केवल मेडिकल, डिप्लोमैटिक और लॉन्ग टर्म वीजा धारकों को ही अस्थायी राहत दी गई है।
हिंदू पाकिस्तानी नागरिकों के लिए राहत
सरकार ने यह भी स्पष्ट किया है कि जो हिंदू पाकिस्तानी नागरिक पहले से लॉन्ग टर्म वीजा (LTV) पर भारत में रह रहे हैं, उनके वीजा को बरकरार रखा जाएगा।
अवैध प्रवासियों को वापस भेजने की तैयारी
दिल्ली पुलिस और खुफिया एजेंसियां अवैध प्रवासियों की पहचान कर रही हैं। अभियान तब तक जारी रहेगा जब तक कि हर एक अवैध नागरिक को उसके देश वापस नहीं भेज दिया जाता।