बहावलपुर से मुरीदके तक दहशत, मसूद अजहर ने कहा-दिल करता है काश मैं भी मर जाता
ऑपरेशन सिंदूर में मसूद अजहर की बहन और 14 परिजनों की मौत हुई है। भारत ने बहावलपुर और मुरीदके के आतंकी अड्डों पर हमला किया। सेना ने सबूत भी जारी किए।

भारत ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम आतंकी हमले का जवाब देने के लिए चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर में आतंक के संरक्षकों की जड़ें हिला दी हैं। भारतीय वायुसेना द्वारा पाकिस्तान और पीओके में 9 प्रमुख आतंकी ठिकानों पर की गई मिसाइल स्ट्राइक्स में जैश-ए-मोहम्मद प्रमुख मसूद अजहर की बहन, परिवार और करीबी सहयोगी मारे गए हैं।
14 परिजनों की मौत, खुद मसूद अजहर की प्रतिक्रिया भावनात्मक
बहावलपुर में स्थित जैश का मुख्यालय सुभान अल्लाह परिसर भी इस ऑपरेशन में पूरी तरह तबाह हो गया है।
बीबीसी उर्दू के अनुसार, मसूद अजहर ने एक हाथ से लिखी चिट्ठी जारी की, जिसमें उसने कहा “दिल करता है कि काश मैं भी इस हमले में मारा गया होता।”
इस बयान से यह स्पष्ट है कि भारत की यह कार्रवाई सिर्फ सैन्य नहीं, मनोवैज्ञानिक स्तर पर भी सफल रही है।
सेना की पुष्टि
भारतीय सेना की ओर से कर्नल सोफिया कुरैशी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि हमने जिन ठिकानों को निशाना बनाया, वे आतंकी ट्रेनिंग कैंप और लॉजिस्टिक बेस थे। मुरीदके, बहावलपुर, कोटली जैसे अड्डों की स्पष्ट पहचान और पुष्टि के बाद यह कार्रवाई की गई। उन्होंने कहा कि भारत ने सिर्फ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया, न कि पाकिस्तान की सेना या नागरिक प्रतिष्ठानों को।
दफनाया जाएगा अजहर का परिवार
जैश-ए-मोहम्मद की ओर से जारी बयान में कहा गया कि मौलाना अजहर की बहन, मौलाना कशफ का पूरा परिवार, अब्दुल रऊफ के पोते-पोतियां और अन्य रिश्तेदार इस हमले में मारे गए। कई महिलाएं और बच्चे घायल हैं।
सेना ने पेश किए ऑपरेशन सिंदूर के वीडियो सबूत
भारतीय सेना ने ड्रोन और सैटेलाइट फीड से मिले वीडियो सबूत जारी किए हैं। इनमें दिखाया गया कि कैसे मुरीदके, बहावलपुर और पीओके के अन्य इलाकों में आतंकी अड्डों को नष्ट किया गया। यह वही मुरीदके है, जहां मुंबई हमले के दोषी अजमल कसाब और डेविड हेडली ने ट्रेनिंग ली थी।