डायबिटीज मरीज रोज कितने अंडे खा सकते हैं? ये बात जानना जरूरी है
डायबिटीज मरीजों के लिए अंडा खाना कितना सही है? जानिए कितने अंडे रोज खा सकते हैं, सही पकाने का तरीका और इससे जुड़े रिस्क फैक्टर्स।

अंडे को ‘सुपरफूड’ माना जाता है। प्रोटीन, विटामिन्स और मिनरल्स से भरपूर ये छोटा-सा पैकेट हमारी डेली डाइट का अहम हिस्सा बन चुका है। लेकिन जब बात डायबिटीज जैसी क्रोनिक कंडीशन की हो, तो अंडे का सेवन सोच-समझकर करना जरूरी हो जाता है।
डायबिटीज मरीज कितने अंडे खा सकते हैं?
मौजूदा डायटरी गाइडलाइंस के अनुसार, एक हेल्दी इंसान रोज़ एक अंडा खा सकता है, और यही सीमा डायबिटीज मरीजों पर भी लागू होती है—बशर्ते उनकी ओवरऑल डाइट संतुलित हो और कोई अन्य जोखिम कारक मौजूद न हो।
एक पूरे अंडे में लगभग 200 मिलीग्राम कोलेस्ट्रॉल होता है। साथ ही, अंडे की कैलोरी का करीब 60% हिस्सा फैट से आता है। अगर किसी व्यक्ति का कोलेस्ट्रॉल पहले से ही हाई है या हृदय संबंधी जोखिम अधिक है, तो उन्हें अंडे की मात्रा सीमित करनी चाहिए।
क्या कहती हैं रिसर्च?
2009 में Diabetes Care में प्रकाशित एक स्टडी में पाया गया कि अंडों का अधिक सेवन पुरुषों और महिलाओं में टाइप 2 डायबिटीज के जोखिम को बढ़ा सकता है। इसका मतलब यह नहीं कि अंडे ज़हर हैं — लेकिन यह ज़रूर दर्शाता है कि 'अधिक' हर चीज़ में हानिकारक हो सकता है।
इसलिए, अगर आप डायबिटीज के मरीज हैं. रोजाना 1 पूरा अंडा (या सिर्फ अंडे की सफेदी) से ज्यादा न खाएं। हफ्ते में 3–4 अंडे से ज़्यादा न लें, अगर कोलेस्ट्रॉल या फैट की चिंता है
डॉक्टर या न्यूट्रिशनिस्ट की सलाह ज़रूर लें
अंडा खाने का सही तरीका है सादा, कम तेल में और उबालकर। जब आप अंडा उबालते हैं या तवे पर बिना ज़्यादा तेल के पकाते हैं, तब उसके पोषक तत्व बेहतर तरीके से सुरक्षित रहते हैं।
अगर आप ऑमलेट बनाते हैं तो उसमें प्याज, टमाटर, पालक, शिमला मिर्च जैसे फाइबर-रिच सब्जियां ज़रूर मिलाएं।
बटर या घी की बजाय ऑलिव ऑयल या बहुत कम तेल का प्रयोग करें। ब्रेड या रोटी के साथ संतुलित मात्रा में खाएं, ताकि ब्लड शुगर स्पाइक न हो।
ध्यान देने वाली बातें
अंडा खाली पेट न खाएं, इससे गैस या अपच हो सकती है
हर चीज़ में बैलेंस जरूरी है, अंडा हेल्दी है लेकिन ओवरकंज़म्प्शन हानिकारक
अगर आप सिर्फ अंडे की सफेदी खाएं, तो प्रोटीन मिलेगा लेकिन कोलेस्ट्रॉल का डर नहीं रहेगा