राजस्थान बजट सत्र: पायलट के तेवर पड़ेंगे भजनलाल सरकार पर भारी ? कांग्रेस ने की खास तैयारी !
Rajasthan Budget Session: राजस्थान विधानसभा का बजट सत्र 31 जनवरी से शुरू हो गया है। विपक्ष सरकार को घेरने की तैयारी में है। किरोड़ी लाल मीणा की गैरहाजिरी और सचिन पायलट की संभावित एंट्री पर सबकी निगाहें। जानें कैसे निपटेगी सरकार ?

जयपुर। विधानसभा सत्र की शुरुआत 31 जनवरी से हो गई है। पक्ष-विपक्ष के नेता सदन में मौजूद हैं। बीते दिनों हुई सर्वदलीय बैठक में नेता प्रतिपक्ष टीका राम जूली ने सरकार को आश्वसन दिया था, विपक्ष सदन की कार्यवाही शांति से चलने देगा और कोई भी हंगामा नहीं करेगा। इस बार का बजट सत्र विकास के साथ राजनीति अखाड़ा बनता है। एक तरफ किरोड़ीलाल मीणा ने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए सत्र से दूरी बनाई है तो दूसरी ओर विपक्ष सरकार को घेरने की रणनीति तैयार करके आया है। इस बार विपक्ष स्कूल बंद, शिक्षा,किसानों के मुद्दे, एसआई पेपर लीक से जुड़े सवाल पूछेगा। लेकिन सबसे बड़ा मुद्दा किरोड़ी लाल मीणा हैं, जो कही न कही अब बीजेपी के लिए चिंता का सबब बनते जा रहे हैं।
बाबा की सदन से दूरी बीजेपी के लिए मुफीद?
किरोड़ी लाल मीणा हमेशा एसआई भर्ती पेपर लीक पर सरकार के खिलाफ मुखर रहे हैं। यहां तक वह इसे रद्द करने की मांग भी कर चुके हैं लेकिन सरकार ने उनकी एक नहीं सुनी। कुल मिलाकर जो मुद्दे अभी तक बाबा द्वारा उठाए गए , उन्हें सरकार ने नजरअंदाज किया। ऐसे में अगर वह सदन में आते हैं तो बीजेपी के लिए मुश्किलें खड़ी हो सकती हैं। बाबा किरोड़ी के मुद्दे पर हंगामा होना बिल्कुल तय है। अगर वह नहीं आते है तो पिछली बार तरह इस बार भी कांग्रेस इसे खूब भुनाएंगी। वही, शिक्षा मंदिर मदन दिलावर पर भी विपक्ष हमला बोल सकता है।
कांग्रेस को ताकत देंगे सचिन पायलट !
सचिन पायलट इन दिनों दिल्ली चुनाव प्रचार में हैं लेकिन उम्मीद है 3 फरवरी के बाद सदन में आ सकते हैं। चुनावी जिम्मेदारियां संभालने के बाद भी वह राजस्थान में एक्टिव हैं। बीते दिनों उन्होंने सरकारी स्कूल बंद करने पर सरकार से जवाब मांगा था और पूछा था, आखिर किन मापदंडों के आधार पर ये फैसला लिया गया। अगर स्कूलों का विस्तार नहीं कर सकते है तो उन्हें बंद भी मत करिए। ऐसे में यदि सदन में पायलट की एंट्री होती है तो कांग्रेस कही न कही और भी ज्यादा मजबूत हो जाएगी। खैर, आने वाले दिनों में सदन में जमकर हंगामा होने के आसार है। देखना होगा, विपक्ष के प्रहार से भजनलाल शर्मा कैसे निपटते हैं।