बाबा किरोड़ी पर डोटासरा-पायलट मेहरबान! कांग्रेस ने की बड़े खेल की शुरुआत? जानें
राजस्थान बजट सत्र में किरोड़ी लाल मीणा को लेकर सियासी घमासान, सचिन पायलट ने बीजेपी सरकार पर उठाए सवाल, गोविंद सिंह डोटासरा ने भी साधा निशाना, क्या बीजेपी में सब ठीक नहीं? जानें

जयपुर। बजट सत्र की शुरुआत शुक्रवार हो चुकी है। भजनलाल सरकार को घेरने के लिए कांग्रेस आक्रामक अंदाज में नजर आ रही है। इसी बीच किरोड़ लीला मीणा ने इशारों-इशारों में ऐसा बयान दिया जो अब बीजेपी की लिए मुश्किलें खड़ी कर सकता है। पिछले विधानसभा सत्र में जो कांग्रेस बाबा के मुद्दे पर जमकर सियासत कर रही थी, वो आज बाबा के साथ खड़ी दिखाई दे रही है। ये हम नहीं बल्कि कांग्रेस के बड़े नेताओं के बयान कह रहे हैं। सचिन पायलट ने किरोड़ी लाल मीणा पर बड़ा बयान दिया है।
#पेपरलीक की वो #बडी_मछलीया कहा है!#डॉ_साहब के बारे मे मै ज्यादा नही बोलना चाहता हू क्योकिं डॉ साहब ने #विपक्ष_के_तौर पर जो मेहनत की थी उसके अनुरुप उन्हे कुछ दिया नही गया।
— एक नजर (@1K_Nazar) January 31, 2025
- सचिन पायलट pic.twitter.com/J26AxIaJia
किरोड़ी लाल मीणा पर क्या बोलें पायलट ?
मीडिया से बातचीत करते हुए सचिन पायलट ने कहा, डा. साहब के बारे में कुछ बोलना नहीं चाहता। वह लंबे समय से राजनीति में सक्रिय हैं। हालांकि जब से बीजेपी सरकार बनी है तब से वह दुविधा में हैं। सरकार ने पद दिया भी लेकिन ये सब जानते है वो पद उनकी मेहनत के अनरूप नहीं है। इस्तीफा स्वीकार-अस्वीकार नहीं किया। यही हालात मंत्रालय के भी है। इस बारे में उनसे पूछे। मैं बस इतना जानता हूं, भर्ती परीक्षा से लेकर घाटालों तक उन्होंने खुलकर अपनी बात रखी है लेकिन सरकार उनकी बात नहीं सुन रही है।
डोटासर भी दे चुके हैं बयान
इससे पहले गोविंद सिंह डोटासरा भी किरोड़ी लाल पर बयान दे चुके हैं। बीते दिनों डोटसरा ने बीजेपी को आडे़ हाथ लेते हुए कहा, वहां तो जो काम करते हैं उनकी पर्ची आती ही नहीं जो काम करते हैं। यहां सम्मान की पर्ची भी पूछकर दी जाती है। कहा- बीजेपी सरकार अपने नेताओं के साथ ऐसा व्यहवार कर रही है। हार-जीत अपनी जगह है लेकिन जीत नेताओं ने चुनाव में जिताने का काम किया अब उन्हें साइड किया जा रहा है। इस दौरान डोटासरा कहते हैं वह निजी तौर पर बाबा का बहुत सम्मान करते हैं।
बजट सत्र में बीजेपी के लिए मुसीबत ?
गौरतलब है, बजट सत्र के पहले दिन बाबा ने बड़ा बयान देकर बीजेपी के लिए मुश्किलें खड़ी कर दी हैं। उन्होंने इशारों-इशारों में साफ किया कि जो सम्मान उन्हें मिलना चाहिए। वह नहीं मिल रहा है। ऐसे में ये मु्द्दा आगामी दिनों में और भी ज्यादा चर्चा में रहेगा। खैर देखना होगा, सरकार इससे कैसे निपटती है।