गहलोत ने फोन टेपिंग और अपनी कुर्सी बचाने के लिए किया था इंटेलीजेंसी का दुरुपयोग—राठौड़
गहलोत आज जो सलाह दे रहे है उन पर उन्हें स्वयं को भी करना चाहिए था अमल
पंडित विद्वता का द्योतक, गहलोत ने भी भजनलाल शर्मा की विद्वता स्वीकारी, अच्छी पहल
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने गहलोत के बयानबाजी पर दी तीखी प्रतिक्रिया

जयपुर। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बयान का पलटवार करते हुए कहा कि गहलोत मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के जनहितैषी कार्यों को देखकर विचलित हो रहे हैं। गहलोत आज जो सलाह दे रहे है, अगर वे स्वयं उन सलाह पर अमल करते तो राजस्थान की जनता कांग्रेस के कुशासन में पीड़ित नहीं होती और उन्हें कुर्सी से बेदखल नहीं होना पड़ता। काश उनके ज्ञान की बत्ती उस समय जल चुकी होती। गहलोत जिस इंटेलीजेंस के उपयोग की बात कर रहे है, इन्होंने उस इंटेलीजेंस का किस कदर दुरूपयोग किया, ये प्रदेश की जनता से छीपा हुआ नहीं है। अपने नेताओं की फोन टेपिंग से लेकर अपनी कुर्सी बचाने के लिए अपने ही नेताओं को गालियां देने की इंटेलीजेंसी गहलोत ने दिखाई थी।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नाम के आगे बार बार पंडित शब्द लगाकर गहलोत द्वारा संबोधित करने पर कहा कि पंडित विद्वता का द्योतक है, अच्छा लगा कि गहलोत जी ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की विद्वता को स्वीकार किया। उन्होंने कहा कि बजरी माफिया अशोक गहलोत और कांग्रेस सरकार की देन है। भाजपा सरकार में बजरी माफियाओं पर नकेल डालने के प्रयास हुए है। बजरी के अवैद्य खनन को रोकने के लिए कांग्रेस राज से लंबित ठेकों को जारी कर भाजपा सरकार ने एक ओर रोजगार देने का काम किया तो दूसरी ओर सरकारी खजाने में राजस्व बढ़ाने का भी कार्य किया।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने कहा कि गहलोत और डोटासरा को भाजपा की चिंता छोड़कर स्वयं के घर को संभालना चाहिए। जहां उनके अनुसार नकारा और निकम्मे लोग भरे है। भाजपा को राजस्थान की जनता ने जन सेवा का जो अवसर दिया है उसके लिए सरकार और संगठन के कार्यकर्ता प्राण प्रण से कार्य कर रहे है। यहीं कारण है कि विधानसभा के उपचुनाव हो या पंचायतराज और निकायों के उपचुनाव जनता ने भाजपा पर भरोसा किया है। इसी लिए राजस्थान की जनता कहती है कि भजनलाल है तो भरोसा है।