पहलगाम हमले पर पाकिस्तान की पैरवी, सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल! क्या कांग्रेस में राहुल गांधी की भी कोई नहीं सुनता?"
Congress on surgical strike: पहलगाम आतंकी हमले के बाद कांग्रेस नेताओं के बयान पर मचा बवाल, चन्नी ने सर्जिकल स्ट्राइक पर उठाए सवाल, सोज बोले- पाकिस्तान की बात मानो।

22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम की बैसरन घाटी में हुए आतंकी हमले में 27 निर्दोष हिंदू पर्यटकों की हत्या ने पूरे देश को झकझोर दिया है। इस वीभत्स घटना के बाद भारत ने सख्त तेवर दिखाए हैं। केंद्र सरकार ने साफ किया है कि आतंक का जवाब आतंक से दिया जाएगा, और जो भी इस हमले के पीछे है, उसे बख्शा नहीं जाएगा। पाकिस्तान डर के साए में है, लेकिन भारत में ही सियासत एक नई आग में जल रही है और वो आग है कांग्रेस के भीतर से उठते बयानों की।
राहुल गांधी साथ, लेकिन क्या उनकी कोई सुनता है?
राहुल गांधी ने पहलगाम हमले के बाद प्रधानमंत्री मोदी को समर्थन देने का ऐलान किया था। कांग्रेस पार्टी ने भी कहा कि मोदी सरकार सख्त एक्शन ले, उन्हें पूरा साथ मिलेगा। लेकिन एक के बाद एक ऐसे बयान सामने आए, जिसने कांग्रेस की एकजुटता पर सवाल खड़े कर दिए।
चरणजीत सिंह चन्नी का सवाल ‘सर्जिकल स्ट्राइक हुई भी थी?’
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस सांसद चरणजीत सिंह चन्नी ने दिल्ली में प्रेस कांफ्रेंस के दौरान 2019 की सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल खड़े कर दिए। उन्होंने कहा,
“कहते हैं कि सर्जिकल स्ट्राइक हुई थी, पर दिखी कहां? किसी को पता ही नहीं चला।”
सबसे चौंकाने वाली बात यह थी कि सचिन पायलट, भूपेश बघेल और जयराम रमेश जैसे बड़े नेता उनके बगल में बैठे थे लेकिन कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। क्या ये मौन समर्थन था?
'अगर पाकिस्तान मना करे, तो मान लो?' सैफुद्दीन सोज का विवादित बयान
जम्मू-कश्मीर के वरिष्ठ कांग्रेस नेता सैफुद्दीन सोज ने कहा कि
"अगर पाकिस्तान कहता है कि वह शामिल नहीं था, तो भारत को उसकी बात मान लेनी चाहिए।"
बीजेपी ने इसे 'पाक परस्ती' और कांग्रेस का असली चेहरा करार दिया।
कांग्रेस बैकफुट पर, बीजेपी हमलावर
इन विवादित बयानों के बाद कांग्रेस ने डैमेज कंट्रोल की कोशिश की। पार्टी प्रवक्ताओं ने कहा,
“हम आतंकवाद के खिलाफ हैं और सेना का सम्मान करते हैं।”
लेकिन बीजेपी ने इसे 'ड्रामा' करार देते हुए कहा,
"कांग्रेस का पाकिस्तान प्रेम नया नहीं है।"