73 साल में पहली बार POK पर चीन का नाम ले रहा पाकिस्तान, जानें भारत पर क्या पड़ेगा असर ?
भारत ने पहलगाम हमले का बदला लेते हुए ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान में 100 से ज्यादा आतंकियों को मार गिराया। अब पाक POK के मुद्दे में चीन को घसीट रहा है।

India-Pakistan Tension: पहलगाम हमले का बदला लेते हुए पाकिस्तान को भारत ने सबक सिखाते हुए 100 से ज्यादा आतंकियों को मार गिराया। पाकिस्तान पर एक्शन के लिए सेना ने ऑपरेशन सिंदूर चलाया था। सेना और सरकार पाकिस्तान को चेतावनी दे चुकी है, अगर फिर से पाकिस्तान ने आतंकवाद को बढ़ावा दिया तो भारत इसे बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेगा और जवाबी कार्रवाई से भी पीछे नहीं हटेगा। फिलहाल के लिए दोनों देशों के बीच सीजफायर है। हालांकि पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आने वाला है। अब उसने दुनिया का ध्यान खुद की तबाही से हटाने के लिए POK के दावे पर थर्ड पार्टी यानी चीन की बात की है। पाक का कहना है, ये विवाद केवल भारत-पाकिस्तान नहीं बल्कि चीन भी बड़ा पक्ष रखता है।
भारत के रूख से कांपा पाकिस्तान
पाकिस्तान दुनिया के सामने भले कुछ भी दावा करें लेकिन असलियत यही है, भारतीय सेना ने आतंकी सेनाओं के साथ पाकिस्तान के प्रमुख एयरबेस को भी तबाह कर दिया है। जिसके सबूत दुनिया ने देखे हैं। पीएम मोदी से लेकर विदेश मंत्री तक कह चुके हैं, पाकिस्तान पर अब केवल POK खाली करने पर ही बात होगी। जिसके बाद पाकिस्तान को समझ नहीं आ रहा वो क्या करें, इंटरनेशनल चैनल को इंटरव्यू देते हुए पाकिस्तान के इंटर सर्विसेज पब्लिक रिलेशन के महानिदेशक अहमद चौधरी ने कहा, कश्मीर का मुद्दा केवल भारत-पाकिस्तान नहीं बल्कि चीन का भी है।
POK के लिए पाकिस्तान का नया पैंतरा
73 सालों से पाकिस्तान ने आज तक कभी भी कश्मीर के मुद्दे पर चीन का जिक्र नहीं किया है। ऐसे में चीन का नाम लेने के पीछे कई बड़े कारण बताए जा रहे हैं। एक्सपर्ट्स मानते हैं, पाकिस्तान दुनिया के सबसे कमजोर देशों में गिना जाता है। वह खुद को मजबूत दिखाने के लिए चीन का सहारा ले रहा है। पाक 80 फीसदी हथियारों की खरीद चीन से करता है। इसके अलावा चीन ने POK में 300 मिलियन डॉलर इन्वेस्ट कर रखा है। यदि भारत पाकिस्तान से पीओके को लेकर पाकिस्तान पर दबाव बनाता है तो चीन को भारी नुकसान पहुंच सकता है।