लग्जरी लाइफ जीना पसंद करती Jyoti Malhotra ! इन चाहतों ने बना दिया गद्दार, पढ़ें पूरी खबर
हिसार पुलिस ने पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा और उसके पांच साथियों को गिरफ्तार किया है। ज्योति 'ट्रैवल विद जो' नाम से यूट्यूब चैनल चलाती थी।

Youtuber Jyoti Malhotra kaun hai: एक आम लड़की जिसे सोशल मीडिया पर 4 लाख से ज्यादा लोग फॉलो करते थे। वो दुनिया की सैर करती और अपने फैंस के साथ साझा करती थी लेकिन किसी को क्या ही पता था, जिसे वह एक आम सोशल मीडिया क्रिएटर समझ रहे हैं वो देश से गद्दारी करेगी। अपने पूरे सोशल मीडिया पर पाकिस्तान का गुणगान गाने वाले ज्योति मल्होत्रा को पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। ज्योति का एकाउंट पाकिस्तानी कंटेंट से भरा पड़ा है। वह कई बार पाकिस्तान भी जा चुकी है। इतना ही नहीं, वह पाकिस्तानी एबेंसी में हुए कई कार्यक्रमों में शामिल होने के अलावा पाकिस्तान पंजाब की मुख्यमंत्री मरियम नवाज से भी मुलाकात कर चुकी है।
देश विरोधी गतिविधियों में कैसे हुई शामिल ?
सोशल मीडिया से देशभर में चर्चा का विषय बनी ज्योति मल्होत्रा एक आम लड़की थी। उम्र केवल 33 साल। लग्जरी शौक थे, जिन्हें पूरा करना आसान नहीं था। वह एक मध्यमवर्गीय परिवार से आती है। उसके शौक घरवाले पूरे नहीं कर पा रहे थे, जिसके लिए उसने इंटरमीडिएट के बाद ही नौकरी करना शुरू कर दिया। उसने सबसे पहले रिसेप्शनिस्ट के तौर पर नौकरी की लेकिन ये नौकरी उसे पसंद नहीं आई। वह जॉब छोड़कर एक निजी स्कूल में टीचर बन गई लेकिन फिर वही दिक्कत। ज्योति को काम पसंद नहीं आया। इसके बाद फिर से वह हिसार में रिसेप्शनिस्ट की जॉब करने लगी।
कोविड ने बदली जिंदगी
ज्योति को कोविड के दौरान नौकरी छोड़नी पड़ी। वह हिसार स्थित घर आ गई और वीडियो बनाने लगी। धीरे-धीरे वह सोशल मीडिया पर पॉपुलर हो गई और उसने इसे कमाई का जरिया बना लिया। ज्योति सोशल मीडिया पर बहुत अमीर लगती है लेकिन सच्चाई ये है, वह पिता के साथ 57 गज के एक मकान में रहती है। ज्योति मल्होत्रा (Jyoti Malhotra instagram or youtube channel travel with jyoti) चलाती हैं। जहां यूट्यूब पर 3.70 लाख तो इंस्टा पर 1.31 लाख फॉलोवर्स हैं।
इस तरह गद्दार बनी ज्योति
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो ज्योति मल्होत्रा ने पुलिस के बताया है कि 2023 में पाकिस्तान जाने के लिए वीजा लगवाने के संबंध में पाकिस्तान हाई कमीशन दिल्ली गई थी। जहां पर वो अहसान-उर-रहीम उर्फ दानिश से मिलीं। उसने अहसान-उर-रहीम उर्फ दानिश का मोबाइल नंबर ले लिया था फिर उससे बाते करने लगी थी। फिर उसने दो बार पाकिस्तान की यात्रा की, जहां दानिश के कहने पर उसके जानकार अली अहवान से मिली थी, जहां अली अहवान ने उसके रुकने और घूमने फिरने का इंतजाम किया। पाकिस्तान में अली अहवान ने उसकी पाकिस्तानी सिक्यूरिटी व इंटेलीजेंस के अधिकारियों से मुलाकात करवाई थी। जिसके बाद उसकी मुलाकात शाकिर और राणा शहबाज से भी मिली थी। उसने शाकिर का मोबाइल नम्बर ले लिया व उसके मोबाइल में शाकिर का नंबर जट रधांवा के नाम से सेव कर लिया ताकि किसी को शक ना हो। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इसके बाद वो भारत आ गई। इसके बाद व्हाट्सऐप, स्नैप चैट व टैलीग्राम आदि सोशल मीडिया प्लेटफार्म के माध्यम से उन सभी से लगातार संपर्क में रही ओर देश विरोधी सूचनाओं का आदान प्रदान करने लगी।