जंग की चाल उलटी पड़ी...दो दिन में पाकिस्तान का आर्थिक और कूटनीतिक दिवाला, गीदड़भभकी से अब कर्ज़ की भीख तक
भारत से दो दिन की जंग में पाकिस्तान को ताबड़तोड़ झटका लगा—फाइनेंस मिनिस्ट्री ने लोन मांगा, सोशल मीडिया पर थू-थू, रक्षा मंत्री की गीदड़भभकी और झूठी शेखी पर दुनिया ने उठाए सवाल।

जिन्हें लगा था कि पाकिस्तान भारत को आंख दिखा सकता है, उन्हें अब असलियत दिखने लगी है। सिर्फ़ 48 घंटे की जवाबी कार्रवाई में भारत ने पाकिस्तान के होश इस कदर उड़ा दिए कि अब इस्लामाबाद का पूरा तंत्र घुटनों पर है। सैन्य पराजय के बाद आर्थिक हालात ऐसे बिगड़े कि पाकिस्तान की वित्त मंत्रालय को एक्स (Twitter) पर खुलेआम लोन मांगना पड़ गया।
कटोरा लेकर पहुंची पाक सरकार, लोन की भीख की अपील वायरल
पाकिस्तानी वित्त मंत्रालय का वह पोस्ट, जिसमें कहा गया—“हम अपने अंतरराष्ट्रीय सहयोगियों से और अधिक लोन की अपील करते हैं…” अब ग्लोबल ट्रोलिंग का हिस्सा बन चुका है। युद्ध और शेयर बाजार में गिरावट से परेशान पाकिस्तान ने माना कि दुश्मन (यानी भारत) ने उसे भारी नुकसान पहुँचाया है।
भारत की बर्बादी की बात करते-करते खुद उजड़ गए
अभी कुछ दिन पहले तक पाकिस्तान सोशल मीडिया पर अपनी फर्जी जीत के गीत गा रहा था। लेकिन सच्चाई का चेहरा कुछ और ही निकला—भारत ने सिर्फ सैन्य नहीं, रणनीतिक और आर्थिक मोर्चे पर भी पाकिस्तान को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया।
रक्षा मंत्री की गीदड़भभकी अब मजाक बन चुकी है
पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ अब भी धमकी दे रहे हैं। बोले—“भारत अगर बातचीत नहीं करेगा, तो बंदूकों से जवाब मिलेगा।” लेकिन दो दिन की तबाही और आर्थिक संकट के बाद यह बयान हास्यास्पद लग रहा है। ज़मीन पर कुछ बचा नहीं और आसमान में झूठ उड़ाए जा रहे हैं।
‘अगर भारत ने हमला किया तो कोई ज़िंदा नहीं रहेगा’
ऐसा नहीं है कि ये पहली बार है। युद्ध की शुरुआत में भी आसिफ ने परमाणु हमले की धमकी दी थी। लेकिन भारत की जवाबी कार्रवाई और दुनिया की नज़रें अब पाकिस्तान पर टिकी हैं—जैसे पूछ रही हों, “अब किसको डराओगे?”
CNN इंटरव्यू में शर्मसार हुआ पाकिस्तान
CNN की सीनियर एंकर ने जब आसिफ से पांच भारतीय फाइटर जेट गिराने का सबूत मांगा, तो मंत्री साहब घबरा गए। बोले—“यह तो सोशल मीडिया पर है।” जब एंकर ने कहा, “सोशल मीडिया नहीं, साक्ष्य चाहिए,” तो मंत्री का बचाव और भी हास्यास्पद हो गया—“अगर भारत फ्रांस से विमान ले सकता है, तो हम चीन से क्यों नहीं ले सकते?”